आज के समय में थायरॉइड की बीमारी तेजी से फैलती जा रही है इस बीमारी में ज्यादातर ladies शामिल हो रही है इसका सबसे बड़ा कारण जो है वह है hormones imbalance इसमें या तो तेजी से वजन बढ़ता है या तेजी से वजन घटता है तो चलिए आगे जानते हैं थायरॉइड की पूरी जानकारी, थायरॉइड क्या है, ये कितने प्रकार का होता है और इसके क्या-क्या लक्षण है तो सबसे पहले हम जानते हैं थाइरॉएड क्या है?
थायरॉइड क्या है ?
थायरॉइड एक छोटी, तितली के आकार की ग्रंथि होती है जो आपके गर्दन के सामने वाली त्वचा के नीचे स्थित होती है। यह आपके अंतःस्रावी तंत्र का एक हिस्सा है और थायरॉक्सिन (टी 4) और ट्राईआयोडोथायरोनिन (टी 3) जैसे थायरॉइड हार्मोन का उत्पादन और रिलीज करके आपके शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करती है। जब यह ग्रंथि थायरॉक्सिन (टी 4) और ट्राईआयोडोथायरोनिन (टी 3) जैसे थायरॉइड हार्मोन का उत्पादन करना कम कर देती है या बंद कर देती है तब हमें दिक्कते आनी शुरु हो जाती है जिसे डॉक्टर थायरॉइड की बीमारी भी कहते हैं|
यह एक आम दोष है जो पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा होता है महिलाओं में थायरॉइड के लक्षण, कारण, इलाज और डाइट क्या है यह जानते हैं आगे सबसे पहले जानते हैं इसके प्रकार |
थायरॉइड के कितने प्रकार है ?
यह तीन प्रकार का होता है :-
- हाइपोथाइरॉएड :- TSH जब पांच या पांच से ज्यादा होता है तो हाइपो थायरॉइड होता है |
- हाइपर थायरॉइड:- जिसमें TSH 5 से कम होता है तो उसे हाइपर थायरॉइड कहते हैं |
- साइलेंट थायरॉइड:- जो कि हमें दिखता नहीं है सिर्फ हमें अपने शरीर में कुछ चेंज दिखते हैं |
हाइपर थायरॉइड के लक्षण क्या है ?
हाइपर थाइरॉएड के लक्षण :-
- ज्यादा पसीना आना
- घबराहट
- दिल की धड़कन का बढ़ना
- भूख ज्यादा लगा
- मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द का रहना
- चिड़चिड़ापन रहना
- अनिद्रा की समस्या नींद कम आना
- वजन का काम होना यह सारे लक्षण हाइपर थाइरॉएड के लक्षण होते हैं
अब जानते हैं हाइपोथाइरॉएड के क्या-क्या लक्षण होते हैं
हाइपोथाइरॉएड के क्या लक्षण होते हैं ?
हाइपोथाइरॉएड के लक्षण हैं:-
- याददाश्त कमजोर होना
- कब्ज रहना
- ब्लड में कोलेस्ट्रॉल बढ़ता
- आंखों और चेहरे पर सूजन रहना
- थकान का हमेशा महसूस होना
- जॉइंट पेन और मांसपेशियों का अकड़ना
- पीरियड्स में इन बैलेंस होना
- बालों का ज्यादा झड़ना
- पसीना कम आना
- डिप्रेशन रहना
- धड़कन की गति का धीमा होना
- वजन तेजी से बढ़ाना
साइलेंट थायरॉइड क्या है ?
साइलेंट थायरॉइड हमें दिखता नहीं है सिर्फ हमें अपने शरीर में कुछ चेंज दिखते हैं |
लेकिन जब हम थायरॉइड का टेस्ट करने जाते हैं तो उसमें थायरॉइड नहीं आता है तो साइलेंट थाइरॉएड को जानने के लिए हमें एक टेस्ट करना बहुत जरूरी होता है जिसको कहते हैं एंटी टीपीओ टेस्ट साइलेंट थाइरॉएड टेस्ट होता है यह तो आप इसे जरूर कारण सिम्टम्स जब आने लगते हैं लेकिन रिपोर्ट में नहीं आता तो वह और भी खतरनाक बन जाता है
सिम्टम्स की बात करो जैसे की वेट कम या ज्यादा होने लगता है डबल चिन आने लगती है गला भारी-भारी सा रहने लगता है आवाज में भारीपन होने लगता है और लगातार जब हम बोलते हैं तो उसमें भी हमें दिक्कत होने लगती है धड़कन बहुत तेज या कम होने लगती है तो यह सारे सिम्टम्स होते हैं हमारे शरीर में
थाइरॉएड के कारण क्या है ?
आप जानते हैं इसके क्या कारण है जिसकी वजह से यह बीमारी ज्यादा फैलती जा रही है
- तो सबसे पहले जो हमारा कारण है वह है हमारा लाइफस्टाइल आजकल आप देख ही रहे होंगे हमारा जो खान पेन है वह बिगड़ा ही जा रहा है फास्ट फूड ज्यादा खाया जा रहा है जिसकी वजह से हमारे शरीर में बहुत ही ज्यादा समस्याएं होती जा रही हैं खान-पान हमारा बिल्कुल ही चेंज हो चुका है कोई भी हेल्दी फूड नहीं खा रहा है और जिससे हमें बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है
- हारमोंस डिसबैलेंस जिसकी वजह से हमारे शरीर में हारमोंस इन बैलेंस हो जाते हैं पीरियड्स में दिक्कत होती है और थायरॉइड की भी समस्या हमारे होने लगती है
- यूट्रस में फाइब्रॉयड बना भी एक बहुत बड़ा कारण है थायरॉइड का नंबर चार पीसीओडी या पस की समस्या यह भी बहुत आजकल लेडिस में पाई जा रही है ऑफिस में सिस्ट बन जाती हैं जिसकी वजह से हमें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और नंबर पांच है विटामिन d3 की कमी की वजह से भी हमें थायरॉइड की परेशानी को झेलना पड़ता है
अब हम जानते हैं कि इसको कम करने के लिए या उससे बचने के लिए हम क्या-क्या उपाय लें
थायरॉइड को कम करने के लिए क्या करें?
इसको कम करने के लिए या उससे बचने के लिए ये उपाय लें :-
- तो सबसे पहले तो हमें बैलेंस डाइट लेनी पड़ेगी जिससे कि हम अपने फूड में डाइट में अच्छा फूड ऐड करें हेल्दी फूड खाएं ग्रीन वेजिटेबल्स खाएं फल खाएं नट्स खाएं जिससे कि हमारी अच्छी डाइट हो और हमें बीमारियों का काम सामना करना पड़े
- हमें थोड़ा सा वर्कआउट करना भी जरूरी होता है 24 घंटे में से एक घंटा अपने शरीर के लिए जरूर दें थोड़ा सा वर्कआउट जरूर करें जिससे कि हमारा शरीर अच्छे से कम करें और हम बीमारियों से दूर रहे
- थायरॉइड वाले पेशेंट में कैल्शियम की बहुत कमी हो जाती है तो कैल्शियम को पूरा रखें अपने शरीर में जिससे उनके जॉइंट्स में हाथ पैरों में दर्द ना हो
अब जानते हैं मोदी केयर में हम कौन-कौन से सप्लीमेंट ले सकते हैं जिससे हम थायरॉइड को कंट्रोल कर सकते हैं
मोदी केयर में हम कौन-कौन से सप्लीमेंट ले सकते हैं?
मोदी केयर में हम ये सप्लीमेंट ले सकते हैं :-
- नोनी जूस– नोनी जूस हमारे हारमोंस को बैलेंस करता है इसलिए हमें नोनी जूस लेना बहुत जरूरी है
- डिटॉक्स टैबलेट– जो कि हमें सुबह शाम लेनी है जिससे हमारी डिटॉक्सिफाई बॉडी होती है लीवर एक्टिव होगा जिससे हमारी बॉडी अच्छे से काम करेगी
- अश्वगंधा– यह भी हमें एक गोली सुबह एक गोली शाम लेनी है नाश्ते के बाद खाना खाने के बाद यह हमारे इम्यून सिस्टम को बूस्ट करेगा
- ब्राह्मी– ब्राह्मी रात को सोते समय लेनी है यह हमारे अंदर थायरॉइड ग्रंथि को एक्टिव करता है |
- क्रिल ऑयल या उसकी जगह आप फ्लेक्स ऑयल ले सकते हैं एक सुबह एक शाम जो कि हमारी सूजन को काम करता है
तो यह 5 सप्लीमेंट आपको अपने डाइट में शामिल करने हैं जिससे कि आपकी थायरॉइड की समस्या दिन पर दिन कम होती चली जाएगी|
थायरॉइड वाले पेशेंट को अपनी डाइट में क्या-क्या शामिल करना चाहिए ?
- तो सबसे पहले आपको अपने आहार में कैल्शियम और विटामिन डी से युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए जी जैसे की डेरी प्रोडक्ट होते हैं
- कम वसा वाले भोजन का सेवन करना है आपको
- घरेलू इलाज में दूध और दही का सेवन ज्यादा मात्रा में करना चाहिए
- आयोडीन युक्त आहार ले
- अपने भोजन में ज्यादा से ज्यादा फलों और सब्जियों को शामिल करें
- साबुत अनाजों का सेवन करें जिसमें प्रोटीन फाइबर और विटामिन भरपूर मात्रा में हो