क्या आप Modicare Well हल्दी टैबलेट के लाभ , खुराक और साइड इफेक्ट की तलाश कर रहे हैं? आप सही जगह पर हैं।
हल्दी के विभिन्न प्राकृतिक लाभों से हम सभी वाकिफ हैं।
हल्दी का उपयोग पुराने समय से ही एक प्राकृतिक औषधि के रूप में किया जाता रहा है। लोग केमिकल बेस्ड टैबलेट्स की जगह नेचुरल चीजों को ज्यादा तरजीह देते हैं।
आजकल बाजार में हल्दी के पाउडर भी मिलते हैं जिनमें हानिकारक रसायन होते हैं।
कुछ हानिकारक या अप्राकृतिक के लिए जाने के बजाय आपको हल्दी की इन अच्छी गोलियों को आजमाना चाहिए।
कच्ची हल्दी फायदेमंद तो होती है लेकिन खाने में मुश्किल होती है।
लेकिन क्या हो अगर आपको हल्दी की 33 जड़ों का फायदा सिर्फ एक गोली में मिल जाए?
हां, हल्दी की ये गोलियां आपको कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती हैं क्योंकि यह पूरी तरह से प्राकृतिक, लस मुक्त और शाकाहारी है।
आइए अब अच्छी हल्दी की गोलियों के बारे में संक्षेप में चर्चा करते हैं:
मोदीकेयर कंपनी ने वेल टर्मरिक टैबलेट्स को हाल ही में मार्केट में लाया है। यह हल्दी के टैबलेट्स है। हल्दी का सेवन करने से शरीर में ऊर्जा और शरीर स्वस्थ्य बनता है। इससे काफी सारी बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
मोदीकेयर टर्मरिक टैबलेट्स
मोदीकेयर कंपनी ने वेल टर्मरिक टैबलेट्स को हाल ही में मार्केट में लाया है। यह हल्दी के टैबलेट्स है। हल्दी का सेवन करने से शरीर में ऊर्जा और शरीर स्वस्थ्य बनता है। इससे काफी सारी बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
Modicare Well Turmeric Tablets कैसे ले?
मोदीकेयर टर्मरिक टैबलेट्स या हल्दी के टैबलेट्स में करक्यूमिन (Curcumin) मिला है। हल्दी का जो मुख्य भाग होता है वो है करक्यूमिन। करक्यूमिन ही होता है जो शरीर के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
इस टर्मरिक टैबलेट्स में करक्यूमिन को हल्दी से extract कर के निकाला जाता है। यह प्रक्रिया बेहद जटिल है पर मोदीकेयर ने इस टैबलेट को बना के शरीर के स्वास्थ्य को मजबूत बनाने की रेंज को और बढ़ा दिया है।
एक आदमी रोजाना 8 ग्राम तक के हल्दी का सेवन कर सकता है। पर उसमे से जो करक्यूमिन होता है वो अच्छे तरीके से शरीर में मिलता नही है।
100 किलो हल्दी से अगर करक्यूमिन निकालना चाहे तो सिर्फ 3 किलो करक्यूमिन निकलता है। तो आप सोचिए 100 किलो हल्दी का दाम कितना होगा। यह टैबलेट्स उस हिसाब से कम रेट में है।
इसका एक टैबलेट 50 हल्दी के बराबर है और यह 500 मिली ग्राम का है।
मार्केट के हल्दी टैबलेट्स से अलग कैसा है?
Modicare Well Turmeric Tablets Details in Hindi
इसमें 95% करक्यूमिन मिलाया गया है जो की बाजार के हल्दी के टैबलेट में नही दिखता।
इसमें ब्लैक पेपर को मिलाया है। ब्लैक पेपर से शरीर को इसको घुलमिलने में मदद होती है।
यह अच्छी तरीके से शरीर में digest होता है।
हल्दी हर रसोई में पाया जाने वाला मसाला है। जो खाने का स्वाद और रंग बढ़ाने का काम करती है। खाने के साथ ही इसके कई औषधीय गुण भी है जो विभिन्न रोगों को ठीक करने में काम आती है। ठंड में तो हल्दी का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता है।
हल्दी क्या है? – (What Is Haldi in Hindi?)
हल्दी एक मसाला है और जड़ीबूटी भी है। यह करकुमा लोंगा पौधे की जड़ से प्राप्त होता है, जो अदरक परिवार में एक बारहमासी है। हल्दी का सबसे प्रमुख सक्रिय अंश है करक्यूमिन। करक्यूमिन हल्दी को पीला रंग देता है।
आयुर्वेदिक चिकित्सा में हल्दी का उपयोग कई वर्षों से किया जा रहा है। आयुर्वेद में इसे हरिद्रा कहते है। हल्दी भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण पूर्व एशिया का पौधा है। यह एक बारहमासी पौधा है इसके पौधे में फूल आते है।
इसे २० से ३० डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान चाहिए होता है और वार्षिक वर्षा की भी अच्छी मात्रा में आवश्यकता होती है। हल्दी पाउडर का स्वाद कड़वा, गर्म, काली मिर्च जैसा होता है और इसकी सुगंध मिट्टी, सरसों जैसी होती है।
इसका विशेष तौर पर मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। खाने के साथ ही इसे सर्दी-जुकाम, त्वचा रोग व और भी तरह की बिमारियों में प्रयोग किया जाता है।
Table of Contents
Modicare Well Turmeric Tablets Details in Hindi
मार्केट के हल्दी टैबलेट्स से अलग कैसा है?
Modicare Well Turmeric Tablets कैसे ले?
Modicare Well Turmeric Tablets Benefits in Hindi
Modicare Well Turmeric Tablets other benefits
Modicare Well Turmeric Tablets BV, PV, and DP Price
Features of Modicare Well Turmeric Tablets
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Modicare Well Turmeric Tablets Details in Hindi
मोदीकेयर टर्मरिक टैबलेट्स या हल्दी के टैबलेट्स में करक्यूमिन (Curcumin) मिला है। हल्दी का जो मुख्य भाग होता है वो है करक्यूमिन। करक्यूमिन ही होता है जो शरीर के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
इस टर्मरिक टैबलेट्स में करक्यूमिन को हल्दी से extract कर के निकाला जाता है। यह प्रक्रिया बेहद जटिल है पर मोदीकेयर ने इस टैबलेट को बना के शरीर के स्वास्थ्य को मजबूत बनाने की रेंज को और बढ़ा दिया है।
एक आदमी रोजाना 8 ग्राम तक के हल्दी का सेवन कर सकता है। पर उसमे से जो करक्यूमिन होता है वो अच्छे तरीके से शरीर में मिलता नही है।
100 किलो हल्दी से अगर करक्यूमिन निकालना चाहे तो सिर्फ 3 किलो करक्यूमिन निकलता है। तो आप सोचिए 100 किलो हल्दी का दाम कितना होगा। यह टैबलेट्स उस हिसाब से कम रेट में है।
इसका एक टैबलेट 50 हल्दी के बराबर है और यह 500 मिली ग्राम का है।
मार्केट के हल्दी टैबलेट्स से अलग कैसा है?
इसमें 95% करक्यूमिन मिलाया गया है जो की बाजार के हल्दी के टैबलेट में नही दिखता।
इसमें ब्लैक पेपर को मिलाया है। ब्लैक पेपर से शरीर को इसको घुलमिलने में मदद होती है।
यह अच्छी तरीके से शरीर में digest होता है।
Modicare Well Turmeric Tablets कैसे ले?
इसमें 60 गोलियां है। इसको रोज दो बार लेना है। खाना खाने के बाद एक गोली लेनी है। सुबह और शाम के खाने के बाद। चाहे तो आप ब्रेकफास्ट के बाद भी ले सकते हो।
हल्दी के फायदे –
नीचे जानिए सेहत के लिए हल्दी खाने के फायदे क्या-क्या हो सकते हैं।
- लिवर डिटॉक्स करने के लिए हल्दी के फायदे
लिवर से विषाक्त तत्व निकालने और लिवर को डिटॉक्सीफाई करने में हल्दी सहायक हो सकती है। एनसीबीआई (NCBI – The National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित चूहों पर किए गए एक शोध के अनुसार, हल्दी के डिटॉक्सिफिकेशन और एंटीऑक्सीडेंट गुण मरकरी युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन (Mercury Toxicity – खासतौर पर सी फूड के सेवन से) से होने वाली लिवर टॉक्सिटी से बचाव में मदद कर सकते हैं। इतना ही नहीं, हल्दी में मौजूद हेपाटोप्रोटेक्टिव गुण लिवर से जोखिम को कम करने में सहायक हो सकते हैं। फिलहाल, इस बारे में अभी और शोध की आवश्यकता है। - मधुमेह के लिए हल्दी के फायदे
हल्दी का सेवन मधुमेह के जोखिम को भी कम करने में सहायक हो सकता है। दरअसल, एक शोध में प्रीडायबिटिक आबादी (Prediabetic) पर 9 महीने तक करक्यूमिन (Curcumin – हल्दी का महत्वपूर्ण घटक) का उपयोग लाभकारी साबित हुआ। इसका उपयोग डायबिटीज के जोखिम को कम करता पाया गया। इसके अलावा, करक्यूमिन का एंटी-डायबिटिक गुण मधुमेह में होने वाली किसी प्रकार की जटिलता के जोखिम को भी कम करने में सहायक हो सकता है। ऐसे में अध्ययनों के अनुसार, 12 ग्राम तक करक्यूमिन का सेवन सुरक्षित है। हालांकि, बेहतर है इस बारे में डॉक्टरी परामर्श भी ली जाए, क्योंकि डायबिटीज में हल्दी के सेवन और उसकी मात्रा से संबंधित और जांच की आवश्यकता है। - रोग-प्रतिरोधक क्षमता में सुधार के लिए हल्दी
शरीर स्वस्थ हो, उसके लिए रोग-प्रतिरोधक क्षमता का सही होना आवश्यक है। यहां हल्दी मददगार हो सकती है। दरअसल, हल्दी का महत्वपूर्ण घटक करक्यूमिन एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होने के साथ-साथ इम्यूनोमॉड्यूलेटरी एजेंट (Immunomodulatory Agent – रोग-प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करना) की तरह भी काम कर सकता है। यह टी व बी सेल्स (श्वेत रक्त कोशिकाएं) जैसे विभिन्न इम्यून सेल्स की कार्यप्रणाली को बेहतर करने में भी मदद कर सकता है। जिससे शरीर कई तरह की बीमारियों जैसे – एलर्जी, अस्थमा, मधुमेह और हृदय रोग से लड़ सकता है। - कैंसर के लिए हल्दी के लाभ
हल्दी का उपयोग कैंसर के जोखिम से भी बचाव करने में सहायक हो सकता है। कुछ अध्ययनों से यह बात सामने आई कि करक्यूमिन ट्यूमर सेल्स को कम करने या उसके प्रसार को रोकने में मदद कर सकता है। इसमें एंटीनियोप्लास्टिक (Antineoplastic Properties – ट्यूमर से बचाव का गुण) गुण मौजूद होते हैं। इसके साथ ही इसमें एंटीकैंसर गुण भी मौजूद होता है, जो प्रोस्ट्रेट, स्तन, और लंग्स कैंसर के जोखिम से बचाव में मदद कर सकता है। ध्यान रहे, अगर किसी को कैंसर है तो उस व्यक्ति के लिए डॉक्टरी इलाज ही पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। - बढ़ते वजन के लिए हल्दी के लाभ
सही वक्त पर अगर बढ़ते वजन पर ध्यान न दिया जाए तो मोटापे की समस्या हो सकती है। यहां हल्दी के लाभ देखे जा सकते हैं। इससे जुड़े एक शोध में मेटाबोलिक सिंड्रोम (Metabolic Syndrome – ऐसी स्थितियां जो हृदय रोग, स्ट्रोक और मधुमेह के खतरे को बढ़ाती हैं) की समस्या से ग्रसित लोगों में करक्यूमिन का सेवन करने से बॉडी मास इंडेक्स (BMI), कमर की चौड़ाई (Waist Circumference) और वजन में कमी पाई गई। इसके अलावा, एक अन्य शोध के मुताबिक अधिक वजन वाले व्यक्तियों में करक्यूमिन सकारात्मक तौर पर काम कर वजन को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। हालांकि, वजन कम करने के लिए सिर्फ हल्दी का सेवन नहीं, बल्कि साथ-साथ व्यायाम और डाइट में बदलाव करना भी आवश्यक है। - हल्दी के औषधीय गुण – एंटी इन्फ्लेमेटरी
हल्दी के गुण की बात करें तो सूजन की समस्या के लिए भी हल्दी लाभकारी हो सकती है। मनुष्यों पर किए गए शोध में हल्दी का उपयोग सुरक्षित पाया गया। इसके साथ ही करक्यूमिन में एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण की भी पुष्टि हुई, जो कि सूजन की समस्या से बचाव करने में सहायक हो सकता है। सूजन कई बीमारियों जैसे – अर्थराइटिस, अस्थमा, कैंसर और अल्जाइमर (भूलने की बीमारी) का कारण बन सकता है। ऐसे में हल्दी एंटी इन्फ्लेमेटरी एजेंट की तरह काम कर सूजन की परेशानी को कम करने में सहायक हो सकती है। - हल्दी के औषधीय गुण – एंटीऑक्सीडेंट
हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाया जाता है, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से मुक्त रखने और आयरन के प्रभाव को संतुलित करने में मदद कर सकता है। हल्दी पाउडर के साथ-साथ इसके तेल में भी एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। वहीं, चूहों पर की गई एक स्टडी के अनुसार, हल्दी डायबिटीज के कारण होने वाले ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को रोकने में सक्षम है। एक अन्य अध्ययन में दावा किया गया है कि करक्यूमिन में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट गुण मनुष्यों की स्मरण शक्ति को बढ़ा सकता है। - हृदय के लिए हल्दी के फायदे
हल्दी का उपयोग ह्रदय को स्वस्थ रखने में भी सहायक हो सकता है। हल्दी का सबसे महत्वपूर्ण घटक करक्यूमिन में कार्डियो प्रोटेक्टिव गुण मौजूद होते हैं, जिस कारण इसके उपयोग से ह्रदय रोग के जोखिम से बचाव हो सकता है। यह बात जानवरों और मनुष्यों पर किए गए कई अध्ययनों में सामने आई है। इसके साथ ही एक स्टडी में यह भी पाया गया है कि बाईपास सर्जरी (ह्रदय से जुड़ा ऑपरेशन) के मरीजों में करक्यूमिन के सेवन से दिल के दौरे का खतरा कम हो सकता है। ऐसे में हल्दी का सेवन ह्रदय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। - पाचन के लिए हल्दी का उपयोग
पाचन संबंधी समस्या (जैसे – गैस और अपच) कभी भी और किसी को भी हो सकती है। ऐसे में हल्दी का उपयोग न सिर्फ गैस और पेट फूलने की परेशानी से राहत दिला सकता है, बल्कि इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (Irritable Bowel Syndrome – आंत संबंधी समस्या) और पाचन संबंधी समस्याओं से भी राहत दिलाने में सहायक हो सकता है। इतना ही नहीं करक्यूमिन में मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण अल्सर के जोखिम को भी कम करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए, पेट और पाचन को सही रखने के लिए खाने में हल्दी का उपयोग किया जा सकता है। - अल्जाइमर में हल्दी के फायदे
अल्जाइमर, जो कि एक मस्तिष्क संबंधी समस्या है, जिसमें व्यक्ति धीरे-धीरे अपनी याददाश्त खोने लगता है। इसके कारण अभी भी अज्ञात हैं, लेकिन बढ़ती उम्र इस बीमारी का एक जोखिम कारक हो सकता है। ऐसे में अल्जाइमर के जोखिम को कम करने के लिए हल्दी सहायक हो सकती है। एनसीबीआई (NCB) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, अल्जाइमर मरीजों में हल्दी का उपयोग उनकी जीवनशैली में सुधार लाने में सहायक पाया गया। वहीं, करक्यूमिन का एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण अल्जाइमर की स्थिति में सुधार करने में सहायक हो सकता है। हालांकि, इस विषय में अभी और अध्ययन की आवश्यकता है। - चिंता और डिप्रेशन के लिए हल्दी के लाभ
हल्दी का सेवन चिंता और अवसाद की स्थिति में प्रभावकारी हो सकता है। दरअसल, हल्दी में एंटी एंग्जायटी (Anti-Anxiety) गुण मौजूद होते हैं, जो चिंता की स्थिति में असरदार हो सकता है। इसके अलावा, एक अध्ययन के अनुसार यह माना गया कि हल्दी में मौजूद करक्युमिनोइड (Curcuminoid) घटक का एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। फिलहाल, इस बारे में अभी और शोध की आवश्यकता है। - मासिक धर्म से पहले पीएमएस (PMS) के लक्षणों के लिए
कई महिलाओं को मासिक धर्म के समय अधिक दर्द व पेट में ऐंठन का सामना करना पड़ता है। इससे बचने के लिए हल्दी का इस्तेमाल किया जा सकता है। ईरान में हुए एक शोध के अनुसार, करक्यूमिन में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होता है, जो मासिक धर्म से पहले पीएमएस के लक्षणों को कम कर सकता है। मासिक धर्म के दौरान हल्दी दूध का सेवन फायदेमंद हो सकता है। - गठिया के लिए हल्दी के लाभ
हल्दी का उपयोग ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) जो कि गठिया का एक प्रकार है, उसमें लाभकारी हो सकता है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार 139 लोग जिनमें घुटनों से संबंधित ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षण थे, उन्हें एक महीने के लिए हर दिन तीन बार 500 मिलीग्राम करक्यूमिन का सेवन कराया गया। जिसके बाद मरीजों में गठिया के लक्षण में काफी राहत देखी गई। दरअसल, हल्दी में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जिससे गठिया के लक्षणों से आराम मिल सकता है। हालांकि, यह शोध कम स्तर और बस एक महीने के लिए किया गया है, इसलिए इस बारे में अभी और शोध की आवश्यकता है। - घाव के लिए हल्दी के औषधीय गुण
हल्दी का उपयोग कई सालों से हल्की-फुल्की चोट या घावों को भरने के लिए किया जाता रहा है। हल्दी में एंटीबैक्टीरियल, घाव को भरने और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं, जो घाव भरने में सहायक हो सकते हैं। हालांकि, ध्यान रहे कि हल्दी का उपयोग सामान्य चोट या घाव के लिए ही किया जाए, अगर घाव गंभीर है तो डॉक्टरी चिकित्सा को ही प्राथमिकता दें। - खांसी के लिए हल्दी का उपयोग
कई लोग हल्दी का उपयोग खांसी या सर्दी-जुकाम के लिए कई सालों से औषधि की तरह करते आ रहे हैं, क्योंकि हल्दी की तासीर गर्म होती है। गर्म दूध में हल्दी पाउडर डालकर सेवन करने से खांसी की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है। इतना ही नहीं हल्दी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण के कारण इसका सेवन ब्रोंकियल अस्थमा के लिए भी असरदार हो सकता है। ध्यान रहे, अगर खांसी कई दिनों से है तो बेहतर है कि एक बार डॉक्टरी परामर्श भी जरूर लें। - सोरायसिस में हल्दी का उपयोग
सिर्फ सेहत के लिए ही नहीं बल्कि हल्दी के फायदे स्किन के लिए भी अनेक हैं। त्वचा संबंधी विकारों का उपचार करने में भी हल्दी के फायदे देखे जा सकते हैं। हल्दी लगाने के फायदे न सिर्फ त्वचा को स्वस्थ रखने, बल्कि सोरायसिस जैसी त्वचा संबंधी समस्या के लिए असरदार हो सकते हैं। सोरायसिस में त्वचा पर पपड़ी जमने लगती है और साथ ही लाल चकत्तों के साथ खुजली की समस्या भी हो सकती है। हल्दी में एंटीबैक्टीरियल, एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जिस कारण यह सोरायसिस के कारण त्वचा पर हुए जख्मों को जल्द भरने में मददगार साबित हो सकती है। - सोरायसिस में हल्दी का उपयोग
सिर्फ सेहत के लिए ही नहीं बल्कि हल्दी के फायदे स्किन के लिए भी अनेक हैं। त्वचा संबंधी विकारों का उपचार करने में भी हल्दी के फायदे देखे जा सकते हैं। हल्दी लगाने के फायदे न सिर्फ त्वचा को स्वस्थ रखने, बल्कि सोरायसिस जैसी त्वचा संबंधी समस्या के लिए असरदार हो सकते हैं। सोरायसिस में त्वचा पर पपड़ी जमने लगती है और साथ ही लाल चकत्तों के साथ खुजली की समस्या भी हो सकती है। हल्दी में एंटीबैक्टीरियल, एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जिस कारण यह सोरायसिस के कारण त्वचा पर हुए जख्मों को जल्द भरने में मददगार साबित हो सकती है। - कील-मुंहासों के लिए हल्दी
हल्दी के फायदे स्किन के लिए होने के कारण ही भारत में शादी और अन्य शुभ अवसर पर हल्दी का उपयोग किया जाता रहा है। हम लेख में ऊपर बता चुके हैं कि हल्दी त्वचा को सोरायसिस जैसी समस्या से राहत दिला सकती है। इसके अलावा, यह कील-मुंहासों की समस्या पर भी प्रभावकारी हो सकती है। हालांकि, इस बारे में कोई सटीक वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं है, लेकिन लोगों के अनुभव के आधार पर हल्दी को एक्ने की समस्या के लिए असरदार माना गया है। हल्दी के फायदे स्किन के लिए अनुभव करने के लिए हल्दी को अन्य सामग्री जैसे – बेसन या मुल्तानी मिट्टी के साथ मिलाकर लगा सकते हैं। - बालों के लिए हल्दी का उपयोग
हल्दी लगाने के फायदे बालों के लिए भी हैं। डैंड्रफ की परेशानी के लिए हल्दी के साथ नारियल तेल का उपयोग एंटी-फंगल एजेंट की तरह काम कर सकता है। जिससे कि डैंड्रफ और उससे होने वाली खुजली की समस्या से राहत मिल सकती है।
करक्यूमिन इसका एक्टिव इंग्रेडिएंट है जिससे शरीर को लाभ मिलता है।
इसमें कई तरह के मिनरल्स, ऑइल को भी मिलाया है जो शरीर के फायदे के लिए है।
शरीर में छोटी मोटी बीमारियां होती है उसको यह बढ़ने नही देती।
स्किन हेल्थ के लिए फायदेमंद है।
अगर किसी को सर्दी, खासी या जुकाम जल्दी हो जाता है तो इसको सेवन करने से यह समस्या दूर हो जाएगी।
यह इम्यूनिटी को बढ़ाती है।
Modicare Well Turmeric Tablets other benefits
इसको हमेशा सेवन करने से शरीर में हमेशा ऊर्जा रहती है। रोगों से लड़ने की शक्ति को बढ़ाती है। कई लोग होते है जिनकी तबियत जल्दी बिघड़ जाती है जिसकी वजह से अस्पताल में जाना ही पड़ता है और खर्चा करते रहना पड़ता है।
छोटी मोटी खांसी भी हो गई तो कई पैसे लग जाते है। तो उससे निभरने के लिए यह well turmeric tablet ले और छोटी मोटी बीमारियों से दूर हो जाए।
Modicare Well हल्दी टैबलेट की विशेषताएं
प्रत्येक टैबलेट में 95% करक्यूमिनोइड्स होते हैं
सूजनरोधी
यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है
यह त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करता है
जोड़ को सहारा देने में मदद करता है
यह आपके हृदय रोग के जोखिम को कम करेगा
सक्रिय सामग्री प्रदान करें
Modicare Well हल्दी की गोली के फायदे
बेहतर स्वास्थ्य- अच्छी तरह से हल्दी की गोलियों में करक्यूमिन नामक एक सक्रिय तत्व होता है जिसके कारण हल्दी की गोलियां स्वास्थ्य के लिए प्रभावी साबित होती हैं और आपके शरीर को फिट और स्वस्थ रहने में मदद करती हैं।
सूजन को कम करता है- हल्दी एक प्राकृतिक घटक होने के कारण, शरीर में लालिमा, चकत्ते और सूजन पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने के लिए सभी प्रभावी पोषक तत्व होते हैं।
इम्युनिटी बूस्टर- हल्दी को इसके औषधीय गुणों के कारण दुनिया में हर जगह उपयोग की जाने वाली सबसे अच्छी प्राकृतिक दवाओं में से एक माना जाता है जो आपको विभिन्न बीमारियों से लड़ने में मदद करती है।
दिल की बीमारियों का कम खतरा- अच्छी तरह से हल्दी की गोलियां दिल और हृदय संबंधी बीमारियों के खतरे को कम करती हैं, जिससे इनका सेवन पूरी तरह से सुरक्षित हो जाता है।
हे फीवर – हे फीवर और आदि जैसी बीमारियों को मुख्य रूप से इस टैबलेट से रोका जाता है क्योंकि इसमें करक्यूमिन होता है जो आपकी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
एक एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है – आपके शरीर में ऑक्सीडेंट के परिणामस्वरूप उम्र बढ़ने लगती है। ये गोलियां एक रक्षक के रूप में काम करती हैं और आपके शरीर से सभी जहरीले ऑक्सीडेंट्स को दूर करती हैं।
करक्यूमिन ऑक्सीडेंट्स को हटाने में सक्रिय भूमिका निभाता है क्योंकि इसकी एक शक्तिशाली रासायनिक संरचना होती है।
कैंसर से बचाव- कैंसर एक जानलेवा बीमारी है। करक्यूमिन में ही वे सभी औषधीय गुण मौजूद होते हैं जो आपके शरीर से ऐसी बीमारियों को खत्म करने के लिए जरूरी होते हैं।
करक्यूमिन इसका एक्टिव इंग्रेडिएंट है जिससे शरीर को लाभ मिलता है।
इसमें कई तरह के मिनरल्स, ऑइल को भी मिलाया है जो शरीर के फायदे के लिए है।
शरीर में छोटी मोटी बीमारियां होती है उसको यह बढ़ने नही देती।
स्किन हेल्थ के लिए फायदेमंद है।
अगर किसी को सर्दी, खासी या जुकाम जल्दी हो जाता है तो इसको सेवन करने से यह समस्या दूर हो जाएगी।
यह इम्यूनिटी को बढ़ाती है।
Modicare Well Turmeric Tablets other benefits
इसको हमेशा सेवन करने से शरीर में हमेशा ऊर्जा रहती है। रोगों से लड़ने की शक्ति को बढ़ाती है। कई लोग होते है जिनकी तबियत जल्दी बिघड़ जाती है जिसकी वजह से अस्पताल में जाना ही पड़ता है और खर्चा करते रहना पड़ता है।
छोटी मोटी खांसी भी हो गई तो कई पैसे लग जाते है। तो उससे निभरने के लिए यह well turmeric tablet ले और छोटी मोटी बीमारियों से दूर हो जाए।
Modicare Well हल्दी टैबलेट की विशेषताएं प्रत्येक टैबलेट में 95% करक्यूमिनोइड्स होते हैं सूजनरोधी यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है यह त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करता है जोड़ को सहारा देने में मदद करता है यह आपके हृदय रोग के जोखिम को कम करेगा सक्रिय सामग्री प्रदान करें
इन गोलियों में किस सामग्री का उपयोग किया जाता है?
अच्छी हल्दी की गोलियों में शामिल हैं:
सबसे महत्वपूर्ण घटक है करक्यूमिन जो टैबलेट को और भी फायदेमंद बनाता है।
इसमें डेमेथॉक्सीकरक्यूमिन भी होता है।
मुख्य सामग्री में से एक भी शामिल है
गोलियों में हल्दी की जड़ों के बराबर 33 जड़ें भी होती हैं जो गोलियों को 100% प्राकृतिक बनाती हैं।
आपको ध्यान देना चाहिए कि इन गोलियों में कोई अतिरिक्त स्वाद या सार नहीं होता है।
अच्छी तरह से हल्दी की गोलियां पूरी तरह से प्राकृतिक, शाकाहारी और लस मुक्त हैं। ये गोलियां शाकाहारी हैं।
इन गोलियों को कैसे लें?
आम तौर पर गोलियों को दिन में 1-2 बार या चिकित्सक द्वारा निर्धारित अनुसार लिया जाना चाहिए।
याद रखें गोलियों के अत्यधिक सेवन से नुकसान हो सकता है। गोलियों का सेवन करने से पहले हमेशा डॉक्टर से सलाह लें।
वेल हल्दी टैबलेट के साइड इफेक्ट?

आमतौर पर अभी तक कोई साइड इफेक्ट सामने नहीं आया है। लेकिन, ऐसी गोलियों की अधिक मात्रा से मतली, चकत्ते, त्वचा रोग और पेट खराब हो सकता है।
यदि आप किसी अन्य लक्षण का सामना करते हैं तो आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
सामान्यतःपूछे जाने वाले प्रश्न
- क्या ये टैबलेट शाकाहारी हैं?
उत्तर. हां, ये टैबलेट पूरी तरह से शाकाहारी हैं और इनमें कोई भी मांसाहारी सामग्री नहीं है। - मुझे अच्छी तरह से हल्दी की गोलियाँ कहाँ रखनी चाहिए?
उत्तर. गोलियों को ठंडी और अंधेरी जगह पर रखना चाहिए। गोलियों को धूप और नमी से दूर रखना चाहिए। - क्या बच्चे इन गोलियों का सेवन कर सकते हैं?
उत्तर. नहीं, बिल्कुल नहीं बच्चों को टैबलेट का सेवन नहीं करना चाहिए। कुएं की हल्दी की गोलियों को बच्चों की पहुंच से दूर रखना चाहिए। - इन गोलियों की समाप्ति तिथि क्या है?
उत्तर. अच्छी तरह से हल्दी की गोलियों की समाप्ति तिथि आम तौर पर तीन साल या बॉक्स में निर्धारित अनुसार होती है।
निष्कर्ष
जैसा कि अब आप अच्छी तरह से हल्दी की गोलियों के विभिन्न लाभों के बारे में जानते हैं, आपको इन गोलियों को खरीदने पर विचार करना चाहिए ताकि आपके स्वास्थ्य में सुधार हो और बदले में आपकी जीवनशैली में सुधार हो।
वैसे हल्दी की गोलियां आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएगी, जो कि इस कोविड समय में सबसे जरूरी चीजों में से एक है।
इसलिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से आपके बीमार पड़ने का खतरा कम हो जाएगा।
इन गोलियों में हल्दी और करक्यूमिन होता है जो प्राकृतिक औषधि है।
इस टैबलेट में हल्दी के सभी औषधीय गुण होते हैं जो उन्हें पूरी तरह से प्राकृतिक और सुरक्षित बनाते हैं।
अच्छी हल्दी की गोलियां सस्ती हैं और इन्हें आसानी से खरीदा जा सकता है।
इसलिए, इस लेख को समाप्त करने के लिए हम कह सकते हैं कि टैबलेट बहुत ही किफायती मूल्य पर स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देते हैं।